• Sun, Dec 2025

Saraswati Avahan 2025: नवरात्रि में किस दिन करें मां सरस्वती का आवाहन?

Saraswati Avahan 2025: नवरात्रि में किस दिन करें मां सरस्वती का आवाहन?

Saraswati Avahan 2025: नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है और हर दिन देवी के अलग-अलग रूप की आराधना की जाती है. नवरात्रि के अंतिम दिनों में मां सरस्वती का आवाहन, पूजन और वंदना का विशेष महत्व है. मां सरस्वती विद्या, ज्ञान, बुद्धि और वाणी की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं. विद्यार्थी, कलाकार और ज्ञान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले इस दिन मां सरस्वती की विशेष पूजा करते हैं.

शारदीय नवरात्रि 2025 सरस्वती आवाहन तिथि
नवरात्रि प्रारंभ- सोमवार, 22 सितंबर 2025
सरस्वती आवाहन तिथि- शनिवार, 27 सितंबर 2025

(नवरात्रि का छठा दिन षष्ठी तिथि)

इस दिन मां सरस्वती का विधिवत आवाहन और पूजन किया जाएगा.


सरस्वती आवाहन का महत्व
मां सरस्वती की पूजा से विद्या और ज्ञान की प्राप्ति होती है.
विद्यार्थी, शिक्षक और कला से जुड़े लोगों को विशेष लाभ मिलता है.
वाणी में मधुरता, विचारों में स्पष्टता और जीवन में सफलता आती है.
यह दिन आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत शुभ माना गया है.


पूजन विधि-
प्रातःकाल स्नान कर पीले या सफेद वस्त्र धारण करें.
पूजा स्थल पर मां सरस्वती की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें.
मां को सफेद पुष्प, अक्षत, तुलसी पत्र और पीले फल अर्पित करें.
वीणा, पुस्तक, कलम और वाद्ययंत्रों की पूजा करें.
“ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः” मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें.
सरस्वती चालीसा और आरती का पाठ करें.
सरस्वती आवाहन के विशेष उपाय
विद्यार्थी इस दिन अपनी पढ़ाई से जुड़ी किताबों और कॉपियों को मां के चरणों में रखकर पूजन करें.
संगीत या कला से जुड़े लोग अपने वाद्ययंत्र का पूजन कर मां से आशीर्वाद लें.
पीले वस्त्र दान करना या जरूरतमंद बच्चों को पठन सामग्री दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है.
उनके आशीर्वाद से न केवल शिक्षा और ज्ञान की बाधाएं दूर होती हैं बल्कि जीवन में सफलता, विवेक और उज्ज्वल भविष्य का मार्ग भी प्रशस्त होता है.

Navratri Puja Niyam: नवरात्रि पूजा में अखंड ज्योति जलाने के नियम और महत्व

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र के नियमों पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.